5 जून 2025: शेयर बाजार ने बढ़त के साथ की शुरुआत, सेंसेक्स और निफ्टी में सकारात्मक रुझान
5 जून 2025 – गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार ने सकारात्मक रुझान के साथ कारोबार की शुरुआत की। बीएसई सेंसेक्स 197.83 अंकों की तेजी के साथ 81,196.08 अंकों पर खुला, जबकि निफ्टी 50 सूचकांक 24,632.55 अंकों पर कारोबार कर रहा था, जो 12 अंकों की बढ़त को दर्शाता है ।
प्रमुख सेक्टर्स का प्रदर्शन
फार्मा सेक्टर ने बाजार की तेजी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। निफ्टी फार्मा इंडेक्स में 1.03% की बढ़त दर्ज की गई, जो निवेशकों के बीच इस सेक्टर में विश्वास को दर्शाता है । डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज के शेयरों में 3% की वृद्धि देखी गई, जो Alvotech के साथ कैंसर दवा के बायोसिमिलर के विकास के लिए साझेदारी के बाद हुई । माइनिंग सेक्टर भी सकारात्मक रहा, जिसमें प्रमुख कंपनियों के शेयरों में बढ़त देखी गई ।
प्रमुख शेयरों की गतिविधि
कुछ प्रमुख शेयरों ने बाजार में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया:
Eternal: 5.02% की बढ़त के साथ ₹258.01 पर कारोबार कर रहा था।
Swiggy: निवेशकों के बीच बढ़ती मांग के कारण सक्रिय रहा।
Reliance Industries: 1.3% की बढ़त के साथ, कंपनी के खुदरा और टेलीकॉम क्षेत्रों में विकास की उम्मीदों के चलते।
बाजार की व्यापक स्थिति
बाजार की व्यापक स्थिति भी सकारात्मक रही। मिड-कैप और स्मॉल-कैप सूचकांकों में क्रमशः 0.3% और 0.6% की बढ़त देखी गई । हालांकि, सरकारी बैंकों के शेयरों में कुछ कमजोरी देखी गई, जिससे निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स में 0.57% की गिरावट आई।
वैश्विक संकेत और निवेशकों की धारणा
अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड्स में गिरावट और डॉलर की कमजोरी जैसे वैश्विक संकेतों ने उभरते बाजारों, विशेष रूप से भारत, में निवेशकों की धारणा को सकारात्मक बनाए रखा ।
इसके अलावा, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) की खरीदारी ने बाजार को समर्थन प्रदान किया। 4 आगामी आरबीआई नीति पर नजर
निवेशकों की नजर अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की आगामी मौद्रिक नीति बैठक पर है, जो 6 जून को निर्धारित है। बाजार में उम्मीद है कि RBI ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर सकता है, जो लगातार तीसरी कटौती होगी। यह निर्णय बाजार की आगे की दिशा को प्रभावित कर सकता है ।
निष्कर्ष
5 जून 2025 को भारतीय शेयर बाजार ने सकारात्मक वैश्विक संकेतों, मजबूत सेक्टोरल प्रदर्शन और निवेशकों की सकारात्मक धारणा के चलते बढ़त के साथ शुरुआत की। हालांकि, आगामी आरबीआई नीति निर्णय और वैश्विक आर्थिक संकेतकों पर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि ये कारक बाजार की आगे की दिशा को प्रभावित कर सकते हैं।