एनवीडिया बनी दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी
4 जून 2025 को, एनवीडिया ने माइक्रोसॉफ्ट को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की सबसे मूल्यवान सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनी का स्थान हासिल किया। एनवीडिया के शेयरों में 3% की वृद्धि के साथ, कंपनी का बाजार पूंजीकरण $3.45 ट्रिलियन तक पहुंच गया, जबकि माइक्रोसॉफ्ट का बाजार पूंजीकरण $3.44 ट्रिलियन रहा
एआई चिप्स की बढ़ती मांग
एनवीडिया की इस उपलब्धि के पीछे मुख्य कारण एआई चिप्स की बढ़ती मांग है। कंपनी के डेटा सेंटर व्यवसाय ने हाल ही में 427% की वार्षिक वृद्धि दर्ज की, जिससे इस खंड का राजस्व $22.6 बिलियन तक पहुंच गया। यह अब कंपनी की कुल बिक्री का लगभग 86% हिस्सा बनाता है।
एनवीडिया के चिप्स का उपयोग ओपनएआई, माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, अमेज़न और मेटा जैसी प्रमुख टेक कंपनियों द्वारा एआई मॉडल विकसित करने और बड़े पैमाने पर वर्कलोड प्रबंधित करने के लिए किया जाता है।
वित्तीय प्रदर्शन
एनवीडिया की वित्तीय स्थिति भी मजबूत बनी हुई है। कंपनी ने हाल ही में पहली तिमाही में $44.06 बिलियन का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 69% अधिक है। नेट इनकम भी 26% बढ़कर $18.77 बिलियन तक पहुंच गई।
भविष्य की योजनाएं
एनवीडिया ने हाल ही में अपने नए एआई चिप प्लेटफॉर्म ‘ब्लैकवेल’ और ‘रूबिन’ की घोषणा की है, जो रीयल-टाइम जनरेटिव एआई के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। ब्लैकवेल प्लेटफॉर्म 2024 में पेश किया गया था, जबकि रूबिन प्लेटफॉर्म 2026 में लॉन्च होने की योजना है।
निष्कर्ष
एनवीडिया की यह उपलब्धि तकनीकी क्षेत्र में एआई की बढ़ती भूमिका को दर्शाती है। कंपनी की रणनीतिक योजनाएं और नवाचार इसे भविष्य में भी अग्रणी बनाए रखने में सहायक होंगी।