पेट्रोल-डीजल के दाम 9 जून 2025 को स्थिर, जानें आज के रेट और बाजार की स्थिति
9 जून 2025 को देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। भारत में इन दिनों तेल कंपनियों द्वारा रोजाना कीमतों की समीक्षा की जाती है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की स्थिर कीमतों और रुपए के मजबूत होने के कारण इस सप्ताह ईंधन दरों में कोई उतार-चढ़ाव नहीं हुआ है। आइए, जानते हैं आज के पेट्रोल-डीजल के दाम और बाजार की मौजूदा स्थिति के बारे में।
मुख्य शहरों में आज के पेट्रोल-डीजल के दाम
दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें 9 जून 2025 को निम्नलिखित हैं:
दिल्ली: पेट्रोल ₹96.72 प्रति लीटर, डीजल ₹89.62 प्रति लीटर
मुंबई: पेट्रोल ₹106.31 प्रति लीटर, डीजल ₹94.27 प्रति लीटर
चेन्नई: पेट्रोल ₹102.63 प्रति लीटर, डीजल ₹92.45 प्रति लीटर
कोलकाता: पेट्रोल ₹105.24 प्रति लीटर, डीजल ₹91.18 प्रति लीटर
इन शहरों में पेट्रोल की कीमतें डीजल की तुलना में अभी भी अधिक हैं, जिसका मुख्य कारण केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लगाए जाने वाले उच्च कर हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार और भारत पर प्रभाव
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल (ब्रेंट क्रूड) की कीमतें पिछले कुछ दिनों से स्थिर बनी हुई हैं। वर्तमान में ब्रेंट क्रूड $78 प्रति बैरल के आसपास कारोबार कर रहा है। इसकी वजह से भारतीय तेल कंपनियों को रिफाइनिंग लागत में कोई बड़ा बदलाव नहीं करना पड़ा है। साथ ही, भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले मजबूत बना हुआ है, जिससे आयातित तेल की लागत कम हुई है।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में उछाल आता है या रुपया कमजोर होता है, तो भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि हो सकती है।
राज्यों में करों का असर
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लगाए गए करों पर निर्भर करती हैं। केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी और राज्य सरकारें वैट (VAT) लगाती हैं। उदाहरण के लिए, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में पेट्रोल पर वैट की दर अधिक होने के कारण यहां कीमतें दिल्ली या अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा हैं।
कुछ राज्य सरकारें समय-समय पर करों में कटौती करके जनता को राहत देने की कोशिश करती हैं, लेकिन अधिकांश राज्यों में अभी भी ईंधन पर करों का बोझ बना हुआ है।
ईंधन की बढ़ती कीमतों का आम जनता पर प्रभाव
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि का सीधा असर आम जनता के जीवन पर पड़ता है। इससे परिवहन लागत बढ़ती है, जिससे सब्जियों, फलों और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतें भी प्रभावित होती हैं। ट्रक और बसों के किराए में वृद्धि होने से माल ढुलाई महंगी हो जाती है, जिसका असर अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों पर पड़ता है।
भविष्य की संभावनाएं
तेल विश्लेषकों का अनुमान है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें स्थिर रहती हैं और भारतीय रुपया मजबूत बना रहता है, तो आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बड़े बदलाव होने की संभावना कम है। हालांकि, जियोपॉलिटिकल तनाव या तेल उत्पादक देशों (OPEC) के उत्पादन में कटौती जैसे कारकों से कीमतें अचानक बढ़ भी सकती हैं।
निष्कर्ष
9 जून 2025 को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन भविष्य में अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति के आधार पर इसमें उतार-चढ़ाव हो सकता है। सरकार और तेल कंपनियां बाजार में हो रहे बदलावों पर नजर बनाए हुए हैं। आम उपभोक्ताओं के लिए यह सलाह दी जाती है कि वे ईंधन की खपत को कम करने के उपाय करें और सार्वजनिक परिवहन का अधिक से अधिक उपयोग करें।