भारत के टेलीकॉम सेक्टर में 13% की वृद्धि, मोबाइल क्षेत्र का राजस्व 2.7 लाख करोड़ रुपये पार
भारत का टेलीकॉम सेक्टर लगातार विकास के नए आयाम छू रहा है। हाल ही में जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश के मोबाइल सेक्टर का राजस्व सालाना आधार पर 13% बढ़कर 2.7 लाख करोड़ रुपये (270.3 बिलियन डॉलर) तक पहुंच गया है। यह वृद्धि 5G नेटवर्क के विस्तार, डेटा खपत में तेजी और प्रीपेड यूजर बेस के बढ़ने के कारण संभव हुई है। इस खबर से साफ है कि भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते टेलीकॉम बाजारों में से एक बना हुआ है।
टेलीकॉम सेक्टर की प्रमुख वजहें
5G रोलआउट का प्रभाव – भारत में 5G सेवाओं का तेजी से विस्तार हुआ है, जिससे न सिर्फ नेटवर्क स्पीड बेहतर हुई है, बल्कि डेटा यूजेज में भी भारी बढ़ोतरी देखी गई है। जिओ और एयरटेल जैसे टेलीकॉम ऑपरेटर्स ने 5G को लेकर बड़े पैमाने पर निवेश किया है, जिसका सकारात्मक असर राजस्व पर पड़ा है।
डेटा कंजम्प्शन में उछाल – भारतीय उपभोक्ताओं द्वारा सोशल मीडिया, ऑनलाइन स्ट्रीमिंग और डिजिटल पेमेंट्स जैसी सेवाओं का उपयोग बढ़ा है। इसके चलते प्रति यूजर औसत डेटा खपत (ARPU) में भी सुधार हुआ है, जिससे कंपनियों की कमाई बढ़ी है।
प्रीपेड यूजर्स में वृद्धि – भारत में अभी भी प्रीपेड कनेक्शन्स की संख्या ज्यादा है, और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है। सस्ते डेटा प्लान्स और कैशबैक ऑफर्स ने भी यूजर्स को आकर्षित किया है।
बाजार में कंपनियों की स्थिति
रिलायंस जिओ ने अपने 5G नेटवर्क को तेजी से देशभर में फैलाया है और सबसे ज्यादा मार्केट शेयर (लगभग 40%) हासिल किया है।
भारती एयरटेल ने भी 5G और फाइबर नेटवर्क पर फोकस करते हुए अपनी कमाई बढ़ाई है।
वोडाफोन आइडिया (Vi) अभी भी आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहा है, लेकिन नए निवेश के बाद उम्मीद है कि यह भी बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करेगा।
भविष्य की संभावनाएं
विश्लेषकों का मानना है कि भारत का टेलीकॉम सेक्टर आने वाले सालों में और तेजी से बढ़ेगा। 5G के अलावा, IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स), क्लाउड कंप्यूटिंग और एआई-बेस्ड सर्विसेज जैसी नई तकनीकों पर भी काम चल रहा है, जो इस सेक्टर को और आगे ले जाएगी।
निवेशकों के लिए सुझाव
टेलीकॉम स्टॉक्स में निवेश: जिओ और एयरटेल जैसी कंपनियों के शेयर्स में दीर्घकालिक निवेश फायदेमंद हो सकता है।
डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान दें: 5G और ब्रॉडबैंड एक्सपेंशन से जुड़ी कंपनियां भी अच्छा रिटर्न दे सकती हैं।
सरकारी नीतियों पर नजर: टेलीकॉम सेक्टर सरकारी रेगुलेशन से प्रभावित होता है, इसलिए नए नियमों को समझना जरूरी है।
निष्कर्ष
भारत का टेलीकॉम सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है और अगले कुछ सालों में इसके और विस्तार की उम्मीद है। 5G, डिजिटल इंडिया और बढ़ती इंटरनेट पहुंच इस सेक्टर के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती हैं। निवेशकों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए यह एक रोमांचक समय है, जहां नई तकनीकें और बेहतर कनेक्टिविटी जीवन को आसान बना रही हैं।