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SIP इनफ्लो ने लगाया नया रिकॉर्ड: ₹26,688 करोड़

मई 2025 में म्यूचुअल फंड्स में SIP के माध्यम से निवेश ने नया इतिहास रच दिया। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के अनुसार, SIP इनफ्लो ₹26,688 करोड़ पर पहुंच गया, जो अप्रैल 2025 के ₹26,632 करोड़ की तुलना में सिर्फ 0.21% की मामूली वृद्धि है लेकिन यह अब तक का उच्चतम आंकड़ा है।

निवेशकों की संगठित निवेश प्रवृत्ति जारी
नए व सक्रिय खाते: मई में SIP खाते बढ़कर 8.56 करोड़ हो गए, जो अप्रैल में 8.38 करोड़ थे।

खाते बनाम बंद खाते: लगभग 59 लाख नए SIP खाते खोले गए, जबकि 43 लाख खाते बंद हुए। समग्र रूप से कुल SIP खाते बढ़कर 9.06 करोड़ हो गए।

AUM में बढ़ोतरी: SIP AUM ₹14.61 लाख करोड़ पर पहुंचा, जो अप्रैल के ₹13.90‑13.91 लाख करोड़ के मुकाबले बढ़ा है।

AUM प्रतिशत: SIP AUM अब कुल म्यूचुअल फंड AUM का 20.24% है, जो अप्रैल में 19.9% था।

विश्लेषक और AMFI सीईओ का मानना है कि यह संकेत है कि निवेशक लंबे समय तक, अनुशासित ढंग से निवेश करना पसंद कर रहे हैं, और लम्बी अवधि के लिए इक्विटीज़ में भरोसा बनाए हुए हैं ।

इक्विटी फंड्स में निवेश में मंदी, लेकिन SIP की निरंतरता
इसी दौरान, पारंपरिक इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेश पर दोधारी चोट पड़ी है: फिलहाल SIP में निवेश जारी है, लेकिन कुल इक्विटी इनफ़्लो में गिरावट दर्ज की गई है:

कुल इक्विटी इनफ्लो: ₹19,013 करोड़, जो अप्रैल के ₹24,269 करोड़ की तुलना में लगभग 22% कम है—यह एक साल का सबसे कम स्तर है।

कैटेगरी अनुसार असर:

Large-cap funds में निवेश 53% गिरकर ₹1,250 करोड़ हुआ।

Mid-cap में 15% की गिरावट, ₹2,808 करोड़।

Small-cap में 20% की कमी, ₹3,214 करोड़।

यह गिरावट वैश्विक मुद्रास्फीति, बाज़ार वोलैटिलिटी, उच्च वैल्यूएशन और भारत-पाकिस्तान तनाव जैसी वजहों और निवेशकों की सतर्कता से जुड़ी कही जा रही है ।

सुरक्षित विकल्पों की ओर झुकाव: हाइब्रिड एवं डेब्ट फंड्स
बाजार में अनिश्चितता के बीच कई निवेशक हाइब्रिड और डेब्ट आधारित योजनाओं की ओर बढ़ रहे हैं:

हाइब्रिड फंड्स (विशेषकर आर्बिट्रेज और मल्टी-एसेट फंड्स) में निवेश बढ़ा: ₹20,765 करोड़ (46% वृद्धि) ।

डेब्ट फंड्स में ₹15,908 करोड़ का शुद्ध निकासी दर्ज हुई; इनमें लिक्विड फंड्स और ओवर्नाइट फंड्स विशेष रूप से प्रभावित रहे ।

यह रुझान निवेशकों की सतर्क प्रवृत्ति और जोखिम प्रबंधन की दिशा में बढ़ते रुझान को दर्शाता है।

कुल म्यूचुअल फंड AUM: ₹72 लाख करोड़ पार
सकल AUM: मई में कुल म्यूचुअल फंड AUM ₹72.2 लाख करोड़ तक पहुंच गया, जो अप्रैल की ₹70 लाख करोड़ से ऊपर है।

बाजार में थोड़ी बिकवाली और मार्क‑टू‑मार्किट लाभों के कारण AUM ने यह उछाल देखा, लेकिन SIP की निरंतरता इस वृद्धि का मुख्य सहयोगी रही है ।

विशेषज्ञों का दृष्टिकोण
Morningstar India के हिमांशु श्रीवास्तव के अनुसार, SIP की यह निरंतर प्रवृत्ति “निष्कर्षजनक और संरचनात्मक रूप से मजबूत” है और धीरे मध्य‑कालीन समय में इक्विटी फंड्स की फिर से तेजी की संभावना है ।

AMFI सीईओ वेंकट चलासनी कहते हैं कि यह डेटा दर्शाता है कि खुदरा निवेशकों में अनुशासित, लम्बी अवधि की सोच स्पष्ट हो गई है ।

निष्कर्ष
सारांश में, मई 2025 का महीना म्यूचुअल फंड उद्योग में एक बदलाव का महीना रहा:

SIP निवेश का नया रिकॉर्ड—₹26,688 करोड़।

अनुशासित निवेशकों की बढ़ती भागीदारी—8.56 करोड़ सक्रिय खाते।

कुल AUM में निरंतर वृद्धि—₹72 लाख करोड़ पार।

इक्विटी फंड्स में धीमी प्रवृत्ति—एक संभावित आराम लेने की प्रक्रिया।

हाइब्रिड व सेक्योर फंड्स में उछाल—जो रिटर्न और सुरक्षा का संतुलन चाहते हैं।

इन आंकड़ों से साफ झलकता है कि हालांकि निवेशक अब भी इक्विटी पर भरोसा बनाए हुए हैं, उनकी प्राथमिकता धीरे-धीरे लम्बी अवधि और संतुलित निवेश रणनीतियों की तरफ बढ़ रही है।

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