भारतीय सर्विस सेक्टर की ग्रोथ में मजबूती जारी
भारत की सेवा क्षेत्र में मई 2025 में मजबूती जारी रही, जिसमें रोजगार सृजन ने रिकॉर्ड स्तर को छुआ। HSBC इंडिया सर्विसेज PMI (Purchasing Managers’ Index) के अनुसार, मई में यह सूचकांक 58.8 रहा, जो अप्रैल के 58.7 से मामूली वृद्धि दर्शाता है। यह लगातार चौथे वर्ष से अधिक समय से 50 के ऊपर बना हुआ है, जो विस्तार का संकेत है।
सेवा क्षेत्र की वृद्धि के प्रमुख संकेतक
नौकरी सृजन में वृद्धि: सर्वेक्षण में शामिल लगभग 16% कंपनियों ने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई, जो 2005 में सर्वेक्षण शुरू होने के बाद से सबसे तेज़ वृद्धि है।
नए व्यवसाय में वृद्धि: घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों से नए आदेशों में तेज़ वृद्धि देखी गई, जिससे सेवा क्षेत्र में मजबूती आई।
निर्यात में वृद्धि: अंतरराष्ट्रीय मांग में वृद्धि के कारण निर्यात आदेशों में ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज की गई।
मुद्रास्फीति और लागत दबाव
हालांकि सेवा क्षेत्र में वृद्धि जारी रही, लेकिन इनपुट लागतों में भी वृद्धि हुई है। खासकर खाद्य तेल, मांस, सामग्री और ओवरटाइम भुगतान में वृद्धि के कारण इनपुट मूल्य मुद्रास्फीति जनवरी के बाद से सबसे तेज़ रही। इससे रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के लिए नीति निर्णयों में चुनौती उत्पन्न हो सकती है।
भविष्य की दिशा
कंपनियों ने भविष्य में मांग में वृद्धि की उम्मीद जताई है, जिससे वे अपने कार्यबल को बढ़ाने के लिए आशावादी हैं। यह सेवा क्षेत्र की निरंतर वृद्धि और भारतीय अर्थव्यवस्था में इसके योगदान को दर्शाता है।