नौकरी छोड़ने से पहले ध्यान देने योग्य 5 मुख्य गलतियाँ
अगर आप नौकरी छोड़ने की सोच रहे हैं, तो ये पाँच बड़ी गलतियाँ अक्सर की जाती हैं—जो रोक के कदम उठाने में मदद कर सकती हैं :
- गुस्से या भावनाओं में आकर तुरंत इस्तीफा देना
अक्सर ऑफिस में थोड़ी सी तनाव या असंतोष होने पर लोग इमोशनल होकर नौकरी छोड़ देते हैं।
लेकिन ये ज्यादातर अस्थायी भावना होती है और इससे आपका करियर प्रभावित हो सकता है—ऊर्जा-पूर्ण वरिष्ठ लोग आपके भविष्य में référence बन सकते हैं।
इसलिए किसी भी फैसला—जैसे इस्तीफा—प्रोफेशनल तरीके से सोच समझकर लेना चाहिए ।
- कंपनी बंद होने की चाह से तुरंत नौकरी छोड़ देना
कई बार कंपनी के बंद होने की आशंका सुनने पर कर्मचारी बिना नई नौकरी पाए इस्तीफा दे देते हैं।
इस स्थिति में यदि आप नई जगह शिफ्ट हो रहें हैं, तब भी अनुभव और सीखें हाथ से जाना संभव है। नए इंटरव्यू में ये अनुभव नये पैचवर्क को मजबूत कर सकता है ।
दूसरा नुकसान यह होगा कि नई नौकरी कराने के लिए आपकी कीमत घट सकती है—कारण: वर्तमान में काम कर रहे व्यक्ति अधिक विश्वसनीय माने जाते हैं।
- नाकामी या समस्याओं से निराश होकर नौकरी छोड़ना
अगर किसी प्रोजेक्ट में काम ठीक नहीं चल रहा या आप असफल महसूस कर रहे हैं, तो उसे इस्तीफा देने का कारण न बनायें।
ऐसे समय में हार स्वीकार करना आपका हौसला कमजोर कर सकता है। इसके बजाय, उसे सीख के रूप में लें—गलतियों से सबक उठाएं, स्ट्रैटेजी बदलें और दोबारा प्रयास करें ।
इससे भविष्य में आपके रिज्यूमे पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
- नई नौकरी पाए बिना पुरानी नौकरी छोड़ देना
जब तक आपके पास नई जगह का ऑफर न हो, पुराने स्थान पर बने रहना आपको मूल्यवान बनाए रखता है।
इससे आपको आर्थिक और मानसिक तौर पर सामर्थ्य मिलती है—और आपकी नेगोशिएशन पॉवर भी बनी रहती है ।
- अपनी आर्थिक स्थिति को समझे बिना इस्तीफा देना
यदि आपके पास अच्छी बचत नहीं है, त्वरित इस्तीफा सबसे बड़ी भूल हो सकती है।
आपको अपने घरेलू खर्च, EMIs, किराया आदि का पूरा हिसाब पहले लगा लेना चाहिए—ताकि बिना वेतन के गुज़ारा कर सकते हैं या नहीं, ये स्पष्ट हो जाए ।
इन बातों को कैसे अपनाएं?
शांत और तार्किक सोच – अपनी भावनाओं को नियंत्रित करें। रेज़ाइन देने से पहले 48–72 घंटे आराम से सोचें।
बैकअप योजना बनाएं – नई जॉब का ऑफर मिल जाने पर ही इस्तीफा दें। इंटरव्यूज जारी रखें और ऑफर लेकर ही आगे बढ़ें।
सनद-साक्ष्य के साथ प्रस्तुत करें – इस्तीफा देते समय, अपने राज़, डिपेंडेंस और फ्यूचर योजनाओं को क्लियर तरी़के से बताएँ।
सेविंग और खर्च का ट्रैक रखें – एक महीने से लेकर ढाई-तीन महीने तक की जरूरी बचत जरूर होनी चाहिए।
शांतिपूर्ण रवैया अपनाएं – बॉस और साथियों से पेशेवर तरीके से विदा लें—धन्यवाद ज्ञापन करें और संपर्क बनाए रखें।
निष्कर्ष
नौकरी छोड़ना केवल एक निर्णय नहीं, बल्कि आपकी भविष्य की कहानी का अहम हिस्सा भी है। अगर ये निर्णय सोच-समझकर लिया जाए—नहीं कि सिर्फ समस्याओं, गुस्से, या आर्थिक चिंता में—तो यह आपके करियर के लिए राहत नहीं, बल्कि एक नया मुकाम बन सकता है।