Success Story: सिर्फ 1.85 लाख से शुरू किया ये काम, अब 31 करोड़ का टर्नओवर
Success Story: मनीष मोहता की सफलता की कहानी Indian Startup World में प्रेरणा का स्रोत है।
उन्होंने अपने इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष में “लर्निंग स्पाइरल” नामक एक एड-टेक कंपनी की स्थापना की, जो आज ₹31 करोड़ का टर्नओवर कर रही है।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
मनीष मोहता रायपुर, छत्तीसगढ़ से हैं। उन्होंने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और 1999 में गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इसके बाद, उन्होंने 2003 में इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस, हैदराबाद से प्रबंधन की पढ़ाई पूरी की।
स्टार्टअप का विचार
इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष में, मनीष ने महसूस किया कि परीक्षाओं और प्रोजेक्ट्स के बीच संतुलन बनाना कठिन होता है। उन्होंने देखा कि परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और दक्षता की कमी है। इस समस्या को हल करने के लिए, उन्होंने 2000 में ₹1.85 लाख के निवेश से “लर्निंग स्पाइरल” की स्थापना की।
लर्निंग स्पाइरल: सेवाएं और ग्राहक
लर्निंग स्पाइरल एक एड-टेक कंपनी है जो परीक्षा प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए तकनीकी समाधान प्रदान करती है। कंपनी की सेवाओं में सॉफ्टवेयर समाधान, प्रबंधित सेवाएं, आउटसोर्स बिजनेस प्रोसेस, सिक्योरिटी प्रिंटिंग, प्रॉक्टरिंग और सप्लाई शामिल हैं। इसके प्रमुख ग्राहकों में भारतीय रेलवे, ओडिशा पुलिस … शामिल हैं।
विकास और विस्तार
आज, लर्निंग स्पाइरल … टर्नओवर ₹31 करोड़ है। कंपनी ने परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और दक्षता लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मनीष का लक्ष्य कंपनी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाना और हर साल 100% वृद्धि दर हासिल करना है।
पारिवारिक समर्थन
शुरुआत में, मनीष के परिवार को उनकी सफलता पर संदेह था। हालांकि, समय के साथ, उनकी पत्नी रंजीता और परिवार ने उनका समर्थन किया। मनीष तीन बच्चों के पिता हैं और अपने परिवार और व्यवसाय के बीच संतुलन बनाए …
निष्कर्ष
मनीष मोहता की कहानी यह दर्शाती है कि एक स्पष्ट दृष्टिकोण, कठिन परिश्रम और नवाचार के माध्यम से कोई भी व्यक्ति सफलता प्राप्त कर सकता है। उनकी यात्रा भारतीय स्टार्टअप्स के लिए प्रेरणा का स्रोत है।