2 जून 2025 को भारत में सोने और चांदी की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई
2 जून 2025 को भारत में सोने और चांदी की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जिसका मुख्य कारण वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव और निवेशकों की सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर बढ़ती रुचि है।
दिल्ली में सोने और चांदी की कीमतें
24 कैरेट सोना: ₹97,790 प्रति 10 ग्राम
22 कैरेट सोना: ₹94,761 प्रति 10 ग्राम
चांदी: ₹1,00,000 प्रति किलोग्राम
मूल्य वृद्धि के कारण
सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारण हैं:
भू-राजनीतिक तनाव: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ते तनावों के कारण निवेशक सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे सोने की मांग बढ़ी है।
मुद्रास्फीति की चिंता: वैश्विक मुद्रास्फीति के बढ़ते स्तर ने निवेशकों को सोने और चांदी जैसे सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर आकर्षित किया है।
रुपये का अवमूल्यन: डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी ने आयातित सोने और चांदी की कीमतों को बढ़ाया है।
अन्य प्रमुख शहरों में कीमतें
भारत के अन्य प्रमुख शहरों में भी सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि देखी गई:
मुंबई: 24 कैरेट सोना ₹97,640 प्रति 10 ग्राम, चांदी ₹1,00,000 प्रति किलोग्राम
चेन्नई: 24 कैरेट सोना ₹96,500 प्रति 10 ग्राम, चांदी ₹1,11,000 प्रति किलोग्राम
कोलकाता: 24 कैरेट सोना ₹96,110 प्रति 10 ग्राम, चांदी ₹1,00,000 प्रति किलोग्राम
निवेशकों के लिए सुझाव
विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान में सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव के बावजूद, दीर्घकालिक निवेश के लिए ये धातुएं सुरक्षित विकल्प हैं। हालांकि, निवेशकों को बाजार की स्थिति और वैश्विक घटनाओं पर नजर रखते हुए निवेश निर्णय लेने की सलाह दी जाती है।
भविष्य की संभावनाएं
यदि वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव और मुद्रास्फीति की स्थिति बनी रहती है, तो सोने और चांदी की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है। हालांकि, केंद्रीय बैंकों की नीतियों और वैश्विक आर्थिक संकेतकों के आधार पर कीमतों में उतार-चढ़ाव संभव है।
निष्कर्ष
2 जून 2025 को भारत में सोने और चांदी की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक परिस्थितियों का परिणाम है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार की स्थिति का मूल्यांकन करते हुए सूचित निवेश निर्णय लें।