स्टर्लाइट टेक्नोलॉजीज़ को BSNL से ₹2,631 करोड़ का मिडिल-माइल नेटवर्क ठेका मिला
भारत की प्रमुख ऑप्टिकल फाइबर और नेटवर्क समाधान कंपनी, स्टर्लाइट टेक्नोलॉजीज़, ने भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के साथ ₹2,631.14 करोड़ का बहु-चरणीय ठेका सुरक्षित किया है। यह ठेका कंपनी की दैनिक कारोबार सुर्खियों में तब आया, जब इसके शेयर में मात्र एक दिन में 15 % से अधिक की तेजी देखी गई।
शेयर रैली का सीधा प्रभाव
गुरुवार, 12 जून को स्टर्लाइट का शेयर (NSE) 15.2 % की उछाल के साथ 4 सप्ताह के उच्चतम स्तर ₹88.70 तक पहुंच गया। NDTV Profit के अनुसार, यह रैली कंपनी के शेयरों को छह महीने के उच्च स्तर तक ले गई। Outlook Business की रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि कंपनी के शेयर पांच दिनों तक लगातार बढ़त पर रहे।
ठेका का विस्तार और सेवा अवधि
यह करार जून 2025 को किया गया, जिसमें स्टर्लाइट टेक्नोलॉजीज़ ने BSNL और Dilip Buildcon के साथ मिलकर यह प्रोजेक्ट जीत लिया।
यह Bharat Net Phase‑III के तहत Jammu & Kashmir और Ladakh के दूर-दराज़ इलाकों में मिडिल-माइल नेटवर्क विकसित करने का काम है।
परियोजना दो चरणों में विभाजित है: पहले तीन वर्षों में निर्मित कार्य और उसके पश्चात 10 वर्षों तक संचालन व रखरखाव।
कुल ₹1,620.50 करोड़ का खर्च पूंजीगत निवेश (Capex) पर, ₹972.30 करोड़ नए नेटवर्क संचालन पर और ₹38.33 करोड़ मौजूदा संरचना की मरम्मत पर लगाया जाएगा।
रखरखाव के पहले पाँच वर्षों में शुद्ध पूंजीगत निवेश का 5.5 % प्रतिवर्ष और अगले पाँच वर्षों में 6.5 % प्रतिवर्ष मिलेगा।
कंपनी की निर्माण और वित्तीय छवि
यह प्रोजेक्ट स्टर्लाइट की ग्लोबल सर्विसेज व्यापार इकाई—STL Networks Ltd (पूर्व में वैश्विक सेवा व्यवसाय का डिमर्जर)—के माध्यम से पूरा किया जाएगा।
FY25 की चौथी तिमाही में Optical Networking व्यवसाय ने 26 % की वृद्धि दर्ज की और EBITDA में 110 % का जबरदस्त इजाफा हुआ।
वित्तीय वर्ष 2024–25 के दौरान कंपनी की कुल आय ₹3,996 करोड़ रही, जिसमें EBITDA मार्जिन 13.8 % और ₹146 करोड़ की EBITDA हासिल की गई, जो पिछले छह तिमाहियों में सर्वाधिक है।
मल्टीनेशनल डेटा सेंटर और एंटरप्राइज कनेक्टिविटी सेवाओं ने यूरोप और भारत में मजबूत माँग पैदा की।
नीति और क्षेत्रीय महत्व
यह ठेका सरकार की डिजिटल समावेश और ग्रामीण भारत में कनेक्टिविटी रणनीति के अनुरूप आता है, जिसका उद्देश्य शहरी–ग्रामीण संपर्क बढ़ाना है ।
केंद्र ने BSNL/MTNL सेवाओं को सरकारी विभागों में प्राथमिकता देने की नीति जारी की थी, जिसे अब राज्य स्तर पर भी अपनाया जा रहा है, जिसका यह ठेका साक्षात उदाहरण है ।
मूल्यांकन और आगे का परिदृश्य
Business Standard के अनुसार, यह स्टर्लाइट का अब तक का सबसे बड़ा एकल सरकारी ठेका है, जिससे कंपनी का ऑर्डर बुक मजबूत होगी।
विश्लेषकों के अनुसार, शेयरर्स ने मार्च–अप्रैल में गिरावट के बाद इस ठके पर अभी तक लगभग 50 % लाभ कमाया है—हालांकि यह अभी भी वर्ष की शुरुआत से 24 % पीछे है ।
कवरेज कर रहे तीन विश्लेषकों में से दो ने “खरीदें” (Buy) और एक ने “रखें” (Hold) रेटिंग सलाह दी, और उनका 12‑माह का मूल्य लक्ष्य वर्तमान मूल्य से लगभग 9–20 % ऊपर बताता है।
निष्कर्ष
स्टर्लाइट टेक्नोलॉजीज़ ने ₹2,631 करोड़ के इस बड़ा़ सरकारी ठेके के साथ न केवल वित्तीय दृष्टि से बल्कि देश की ग्रामीण डिजिटलीकरण रणनीति के लिहाज से भी एक मील का पत्थर स्थापित किया है। इस ठके से कंपनी को अगले 13 वर्षों में नियमित राजस्व सुनिश्चित होगा, जिससे इसका ऑर्डर बुक और वित्तीय स्वास्थ्य और मजबूत होगा। शेयर बाजार की प्रतिक्रिया और विश्लेषक रेटिंग्स इस परियोजना को कंपनी की विकास यात्रा में एक निर्णायक मोड़ मानती हैं। सरकारी दृश्य में बढ़ती प्राथमिकताएं और अनुदेशित क्षेत्रों से जुड़ने की क्षमता के चलते, स्टर्लाइट की इस सफलता से भारतीय डिजिटल अवसंरचना क्षेत्र में भी गति बनी रहने की संभावना है।