बेंगलुरु में 50 लाख की सैलरी = 25 लाख? वायरल पोस्ट ने खोली आंखें!
एक सोशल मीडिया पोस्ट ने बेंगलुरु में रहने वाले प्रोफेशनल्स के बीच बड़ी बहस छेड़ दी है। पोस्ट में दावा किया गया है कि बेंगलुरु में 50 लाख रुपये सालाना कमाने वाला व्यक्ति, वास्तव में सिर्फ 25 लाख रुपये की खरीद क्षमता रखता है। इसका कारण है – शहर की ऊंची लिविंग कॉस्ट, किराया, टैक्स और अन्य खर्चे। यह पोस्ट जल्दी ही वायरल हो गया और IT सेक्टर के कर्मचारियों से लेकर फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स तक सभी इस पर चर्चा कर रहे हैं।
क्या कहती है वायरल पोस्ट?
एक LinkedIn यूजर ने अपने पोस्ट में बेंगलुरु में 50 लाख रुपये सालाना सैलरी वाले व्यक्ति का ब्रेकअप शेयर किया:
टैक्स (आयकर): ~15 लाख (30% से अधिक)
घर का किराया (2BHK): 6-8 लाख सालाना
बच्चों की स्कूल फीस: 2-4 लाख
ग्रोसरी, बिजली, मेडिकल, ट्रांसपोर्ट: 4-5 लाख
इमरजेंसी फंड/इंश्योरेंस: 2-3 लाख
इन सभी खर्चों को काटने के बाद, व्यक्ति के पास मात्र 20-25 लाख रुपये बचते हैं, जिससे वह अपनी लाइफस्टाइल और सेविंग्स मैनेज करता है। यानी, 50 लाख की सैलरी का असली मूल्य सिर्फ 25 लाख रुपये के बराबर है।
क्यों इतनी महंगी है बेंगलुरु की लाइफ?
बेंगलुरु भारत का सिलिकॉन वैली कहलाता है, लेकिन पिछले कुछ सालों में यहां की लिविंग कॉस्ट बहुत बढ़ गई है। मुख्य कारण:
- किराए की बढ़ती कीमतें
IT हब होने के कारण बेंगलुरु में प्रॉपर्टी की डिमांड बहुत ज्यादा है।
एक अच्छे इलाके में 2BHK फ्लैट का किराया 50,000-70,000 रुपये प्रति माह तक पहुंच गया है।
- हाई टैक्सेशन
50 लाख की सैलरी पर 30% से अधिक इनकम टैक्स लगता है।
GST, प्रॉपर्टी टैक्स और अन्य चार्जेस भी जुड़ते हैं।
- एजुकेशन और हेल्थकेयर का खर्च
अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्कूलों की फीस 2-4 लाख सालाना तक है।
प्राइवेट हॉस्पिटल और हेल्थ इंश्योरेंस भी महंगे हैं।
- ट्रैफिक और ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट
बेंगलुरु की ट्रैफिक प्रॉब्लम के कारण फ्यूल और टाइम दोनों की बर्बादी होती है।
कई लोगों को ऑफिस कैंटीन या फूड डिलीवरी पर निर्भर रहना पड़ता है, जो खर्चे बढ़ाता है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
फाइनेंशियल प्लानर्स का मानना है कि “हाई सैलरी ≠ वेल्थ”। उनके अनुसार:
बचत पर फोकस करें – सैलरी का कम से कम 20% सेविंग्स या इन्वेस्टमेंट में लगाएं।
टैक्स प्लानिंग जरूरी है – ELSS, NPS, इंश्योरेंस जैसे ऑप्शन्स से टैक्स बचा सकते हैं।
किराए के बजाय होम लोन लें – लॉन्ग टर्म में यह फायदेमंद हो सकता है।
क्या है समाधान?
अगर आप बेंगलुरु जैसे महंगे शहर में रहते हैं, तो इन तरीकों से खर्चे कम कर सकते हैं:
शहर के बाहर रहने का विकल्प – वाइटफील्ड, सरजापुर जैसे इलाकों में किराया थोड़ा कम है।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट या कारपूलिंग – मेट्रो और बसों का उपयोग कर फ्यूल कॉस्ट सेव करें।
ऑनलाइन शॉपिंग और डिस्काउंट्स – ग्रोसरी और अन्य चीजों में ऑफर्स का फायदा उठाएं।
साइड हसल शुरू करें – फ्रीलांसिंग या पार्ट-टाइम जॉब से अतिरिक्त इनकम जेनरेट करें।
निष्कर्ष: “हाई सैलरी” का मतलब “हाई सेविंग्स” नहीं!
यह वायरल पोस्ट एक बार फिर याद दिलाता है कि सैलरी के आंकड़े हमेशा असली जीवन की तस्वीर नहीं दिखाते। बेंगलुरु जैसे शहरों में रहने का खर्च इतना ज्यादा है कि हाई पे पैकेज वाले प्रोफेशनल्स भी मिडिल क्लास लाइफस्टाइल ही जी पाते हैं।
अगर आप भी किसी महंगे शहर में रह रहे हैं, तो फाइनेंशियल प्लानिंग पर ध्यान देना जरूरी है। स्मार्ट खर्चे और निवेश से ही आप अपनी कमाई का सही मूल्य पा सकते हैं!