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MCX और IEX के शेयरों में तेजी, SEBI ने पावर फ्यूचर्स को दी मंजूरी

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मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) और इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (IEX) के शेयरों में आज जोरदार तेजी देखने को मिली। MCX के शेयर 4% और IEX के शेयर 3% से अधिक चढ़ गए। यह उछाल भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के उस फैसले के बाद आया है, जिसमें उसने पावर फ्यूचर्स ट्रेडिंग को मंजूरी दे दी है। इससे बिजली क्षेत्र से जुड़े उत्पादों में व्यापार करने वाले इन एक्सचेंजों को नया बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

 

SEBI ने क्या मंजूरी दी?

SEBI ने MCX और IEX को बिजली (पावर) फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स लॉन्च करने की अनुमति प्रदान की है। इसके तहत, बिजली की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव से बचाव (हेजिंग) के लिए फ्यूचर्स ट्रेडिंग की सुविधा शुरू होगी। यह कदम बिजली उत्पादक कंपनियों, वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) और बड़े औद्योगिक खरीदारों के लिए फायदेमंद होगा, क्योंकि वे भविष्य में बिजली की कीमतों को लेकर अनिश्चितता को कम कर पाएंगे।

 

MCX और IEX को कैसे फायदा होगा?

MCX का विस्तार: MCX, जो मुख्य रूप से कमोडिटी फ्यूचर्स में सक्रिय है, अब एनर्जी सेगमेंट में अपनी पहुंच बढ़ाएगा। पावर फ्यूचर्स के आने से उसके ट्रेडिंग वॉल्यूम में वृद्धि होने की संभावना है।

IEX की मजबूती: IEX पहले से ही बिजली ट्रेडिंग में अग्रणी है। फ्यूचर्स ट्रेडिंग की शुरुआत से उसका बाजार और गहरा होगा, जिससे निवेशकों का रुझान बढ़ सकता है।

निवेशकों के लिए नए अवसर: इस नए प्रोडक्ट से इन एक्सचेंजों में ट्रेडिंग एक्टिविटी बढ़ेगी, जिससे उनके राजस्व और मुनाफे में सुधार की उम्मीद है।

 

बाजार की प्रतिक्रिया

SEBI के इस फैसले के बाद MCX का शेयर ₹3,800 के स्तर को पार कर गया, जबकि IEX ₹170 के ऊपर ट्रेड कर रहा है। विश्लेषकों का मानना है कि यह केवल शुरुआत है और आने वाले समय में इन एक्सचेंजों के शेयरों में और तेजी आ सकती है।

 

भारतीय बिजली बाजार के लिए महत्व

भारत में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है, लेकिन कीमतों में अस्थिरता एक बड़ी चुनौती है। पावर फ्यूचर्स की शुरुआत से यहां निम्नलिखित बदलाव आ सकते हैं:

कीमतों में स्थिरता: उत्पादक और खरीदार भविष्य के लिए कीमत तय कर सकेंगे, जिससे अचानक झटके कम होंगे।

निवेश बढ़ेगा: जोखिम प्रबंधन का तरीका मिलने से बिजली क्षेत्र में निवेशकों का विश्वास बढ़ सकता है।

डिस्कॉम को राहत: राज्यों की बिजली वितरण कंपनियां, जो अक्सर वित्तीय संकट में रहती हैं, अब बेहतर योजना बना पाएंगी।

 

आगे क्या?

MCX और IEX जल्द ही पावर फ्यूचर्स ट्रेडिंग के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करेंगे। बाजार नियामक SEBI ने साफ किया है कि इन कॉन्ट्रैक्ट्स को रेगुलेट करने के लिए पर्याप्त निगरानी तंत्र मौजूद होगा। अगर यह नया प्रोडक्ट सफल रहा, तो भारत का बिजली बाजार और परिपक्व होगा, जिसका लाभ अर्थव्यवस्था को भी मिलेगा।

 

निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे MCX और IEX के शेयरों में हो रही गतिविधियों पर नजर रखें, क्योंकि इस नए विकास के बाद इनमें और उतार-चढ़ाव आ सकता है।

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