भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों के लिए एक उत्साहजनक खबर सामने आई है। प्रसिद्ध निवेशक और मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के चेयरमैन, रामदेव अग्रवाल ने एक साक्षात्कार में भविष्यवाणी की है कि :
“अगर आप पिछले 45 सालों के इतिहास को देखें, तो बाजार 15% की सीएजीआर से बढ़ा है, जिसका मतलब है कि हर पांच साल में दोगुना हो रहा है। तो अब यह 80,000 है, मुझे लगता है अगले पांच साल में यह 1.5 लाख हो जाएगा। वहीं, 2030 में यह 1.5 लाख होगा और 2035 में यह 3 लाख होगा।”
ऐतिहासिक प्रदर्शन और भविष्य की संभावना
रामदेव अग्रवाल का यह अनुमान भारतीय अर्थव्यवस्था की दीर्घकालिक वृद्धि और बाजार की स्थिरता पर आधारित है। पिछले 45 वर्षों में सेंसेक्स ने लगभग 15% की वार्षिक चक्रवृद्धि दर (CAGR) से वृद्धि की है, जिससे हर पांच वर्षों में इसका मूल्य दोगुना हुआ है। यदि यह प्रवृत्ति जारी रहती है, तो 2030 तक सेंसेक्स 1.5 लाख और 2035 तक 3 लाख के स्तर को छू सकता है।
निवेशकों के लिए रणनीति
रामदेव अग्रवाल ने निवेशकों को दीर्घकालिक सोच, अनुशासित निवेश और सही क्षेत्रों की पहचान करने की सलाह दी है। उन्होंने संकेत दिया कि कुछ प्रमुख सेक्टर्स, जैसे टेक्नोलॉजी, इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्रीन एनर्जी और फाइनेंशियल सर्विसेज, आने वाले वर्षों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इन क्षेत्रों में निवेश करने से निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिल सकता है।
वर्तमान बाजार की स्थिति
वर्तमान में, सेंसेक्स 80,000 के स्तर के आसपास है। हाल के दिनों में वैश्विक बाजारों में तेजी के बीच सेंसेक्स और निफ्टी में भी सकारात्मक रुझान देखा गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती और वैश्विक निवेशकों का बढ़ता विश्वास बाजार को आगे बढ़ाने में सहायक हो सकता है।
निष्कर्ष
रामदेव अग्रवाल की यह भविष्यवाणी भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों के लिए एक प्रेरणादायक संकेत है। यदि भारतीय अर्थव्यवस्था अपनी वर्तमान गति को बनाए रखती है और निवेशक दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाते हैं, तो 2035 तक सेंसेक्स का 3 लाख के स्तर तक पहुंचना संभव है। हालांकि, निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए सतर्कता और अनुशासन के साथ निवेश करना चाहिए।