रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) द्वारा 6 जून 2025 को रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट की आश्चर्यजनक कटौती के बाद भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखी गई। इस कटौती के बाद रेपो रेट 5.5% हो गया है, जिससे इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) क्षेत्र की स्मॉल-कैप कंपनी मरकरी ईवी-टेक लिमिटेड के शेयरों में शुक्रवार को इंट्राडे कारोबार में 1% से अधिक की वृद्धि हुई, जो 59.94 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंचा। यह स्टॉक पिछले पांच वर्षों में 15,600% की शानदार वृद्धि दर्ज कर चुका है, जो निवेशकों के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। इस तेजी को आरबीआई की नीति और कंपनी के हाल के कारोबारी अपडेट ने और बढ़ावा दिया।
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की घोषणा के बाद, बीएसई सेंसेक्स 800 अंक उछलकर 82,173.65 पर और निफ्टी 50 इंडेक्स 236 अंक बढ़कर 24,987.20 पर पहुंच गया। इस बाजार उछाल ने ऑटोमोटिव और ईवी सेक्टर की कंपनियों को विशेष रूप से लाभान्वित किया, क्योंकि कम ब्याज दरें उधार लागत को कम करती हैं, जिससे व्यवसायों और उपभोक्ताओं के लिए वाहन खरीदना अधिक किफायती होता है। मरकरी ईवी-टेक ने इस सकारात्मक बाजार माहौल का लाभ उठाया, जिसे कंपनी के हालिया विस्तार और परियोजनाओं ने और मजबूती प्रदान की।
मरकरी ईवी-टेक ने 5 जून 2025 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को सूचित किया कि उसने गुजरात के भावनगर में जशोनाथ सर्कल के पास सागर कॉम्प्लेक्स में एक नया शोरूम खोला है। यह शोरूम कंपनी की टियर-2 शहरों में खुदरा उपस्थिति बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है। इसके अलावा, अप्रैल 2025 में, कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी पावरमेट्ज एनर्जी ने वडोदरा, गुजरात में 3.2 गीगावाट (GW) की लिथियम-आयन बैटरी विनिर्माण सुविधा शुरू करने की घोषणा की थी। इस परियोजना के लिए उपकरण अप्रैल के अंत तक डिलीवर हो चुके थे, और मई के मध्य से पायलट उत्पादन शुरू होने की उम्मीद थी। यह परियोजना मरकरी ईवी-टेक को भारत के बढ़ते ईवी बाजार में एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
कंपनी का शेयर प्रदर्शन पिछले पांच वर्षों में असाधारण रहा है। 2020 में जहां इसका शेयर मूल्य न्यूनतम स्तर पर था, वहीं 2025 तक यह 15,600% की वृद्धि के साथ निवेशकों के लिए धन सृजन का प्रतीक बन गया। हालांकि हाल के महीनों में शेयर में कुछ सुधार देखा गया, फिर भी यह लंबी अवधि में निवेशकों के लिए लाभकारी रहा है। शुक्रवार की तेजी ने इसकी मजबूत स्थिति को और रेखांकित किया, विशेष रूप से आरबीआई की नीति से प्रेरित बाजार की तेजी के बीच।
विश्लेषकों का मानना है कि रेपो रेट में कटौती और कैश रिजर्व रेशियो (सीआरआर) में 100 बेसिस पॉइंट की कमी से बैंकिंग सिस्टम में 2.5 लाख करोड़ रुपये की नकदी आई है, जिससे ऑटोमोटिव और ईवी सेक्टर में उधार और निवेश को बढ़ावा मिलेगा। रियल एस्टेट और ऑटोमोटिव जैसे ब्याज-संवेदनशील क्षेत्रों को इस कदम से विशेष लाभ होने की उम्मीद है। मरकरी ईवी-टेक, जो इलेक्ट्रिक दोपहिया और तिपहिया वाहनों के निर्माण में विशेषज्ञता रखती है, इस बढ़ती मांग का लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है।
हालांकि, विशेषज्ञ निवेशकों को सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। वैश्विक व्यापार तनाव और विदेशी निवेशकों के प्रवाह में कमी जैसे कारक बाजार की गति को प्रभावित कर सकते हैं। फिर भी, मरकरी ईवी-टेक की रणनीतिक पहल और भारत में ईवी की बढ़ती मांग इसे दीर्घकालिक निवेश के लिए आकर्षक बनाती है। कंपनी का ध्यान टिकाऊ गतिशीलता और नवाचार पर है, जो इसे भारत के हरित भविष्य में महत्वपूर्ण योगदानकर्ता बनाता है।