भारत में जब भी धन, व्यापार और वैभव की बात होती है, तो अंबानी परिवार का नाम सबसे पहले आता है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के नेतृत्व में यह परिवार न केवल भारत, बल्कि एशिया का भी सबसे अमीर परिवार बन चुका है। हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, अंबानी परिवार की कुल संपत्ति लगभग ₹8.45 लाख करोड़ आंकी गई है।
मुकेश अंबानी: निःशुल्क सेवा में समर्पित
मुकेश अंबानी, जो रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं, ने COVID-19 महामारी के बाद से अपनी सैलरी लेना बंद कर दिया है। यह निर्णय उन्होंने कंपनी के हित में लिया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे व्यवसायिक सफलता से अधिक सामाजिक जिम्मेदारी को प्राथमिकता देते हैं।
नीता अंबानी: सामाजिक सेवा और नेतृत्व
नीता अंबानी, रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन हैं, जो शिक्षा, स्वास्थ्य और कला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। उनकी कुल संपत्ति लगभग ₹2,340 से ₹2,510 करोड़ के बीच आंकी गई है, और उनकी दैनिक कमाई ₹20 से ₹25 लाख के बीच हो सकती है।
ईशा अंबानी: रिटेल क्षेत्र की अग्रणी
ईशा अंबानी, रिलायंस रिटेल की प्रमुख हैं और उनकी सालाना सैलरी ₹4.2 करोड़ है। इस हिसाब से उनकी दैनिक कमाई ₹15 से ₹20 लाख के बीच हो सकती है। उनकी कुल संपत्ति लगभग ₹800 करोड़ आंकी गई है।
आकाश अंबानी: डिजिटल क्रांति के सूत्रधार
आकाश अंबानी, रिलायंस जियो के चेयरमैन हैं और उन्होंने भारत में डिजिटल क्रांति को गति दी है। उनकी सालाना सैलरी ₹5.4 करोड़ है, जिससे उनकी दैनिक कमाई ₹15 से ₹20 लाख के बीच हो सकती है। उनकी कुल संपत्ति लगभग ₹3,300 करोड़ आंकी गई है।
अनंत अंबानी: ऊर्जा और पर्यावरण के प्रति समर्पित
अनंत अंबानी, रिलायंस के ऊर्जा व्यवसाय को संभालते हैं और हरित ऊर्जा की दिशा में काम कर रहे हैं। उनकी सालाना सैलरी ₹4.2 करोड़ है, जिससे उनकी दैनिक कमाई ₹10 से ₹15 लाख के बीच हो सकती है। उनकी कुल संपत्ति लगभग ₹3,300 करोड़ आंकी गई है।
निष्कर्ष
अंबानी परिवार की आर्थिक स्थिति और उनकी दैनिक कमाई का विश्लेषण यह दर्शाता है कि वे न केवल व्यवसाय में अग्रणी हैं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारियों को भी गंभीरता से लेते हैं। मुकेश अंबानी का निःशुल्क सेवा में समर्पण, नीता अंबानी का सामाजिक कार्यों में योगदान, और उनके बच्चों का विभिन्न क्षेत्रों में नेतृत्व, इस परिवार को एक आदर्श बनाता है।
यह स्पष्ट है कि अंबानी परिवार की सफलता केवल आर्थिक नहीं है, बल्कि यह उनके सामाजिक योगदान और नेतृत्व कौशल का भी परिणाम है।